राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2024 को लेकर कई अहम बदलाव किए गए हैं। इस बार परीक्षा पैटर्न और सिलेबस में बड़े सुधार किए गए हैं। साथ ही राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि इस बार निगेटिव मार्किंग सिर्फ उन्हीं सवालों पर लागू होगी, जिन्हें अभ्यर्थी खाली छोड़ेंगे। गलत जवाब देने पर निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
सिलेबस में नया बदलाव
शिक्षा विभाग ने रीट परीक्षा 2024 के सिलेबस में बदलाव किया है। नए सिलेबस में राज्य से जुड़े टॉपिक जोड़े गए हैं। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि स्थानीय मुद्दों पर अभ्यर्थियों के ज्ञान को परखा जा सके। राजस्थान की संस्कृति, इतिहास और समाज से जुड़े टॉपिक को इस बार खास जगह दी गई है। इसके अलावा नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत टॉपिक शामिल किए गए हैं।
परीक्षा प्रक्रिया और नियम
इस बार रीट परीक्षा में अभ्यर्थियों के लिए कुछ नए नियम लागू किए गए हैं। पांचवां विकल्प यानी ‘अनुत्तरित’ भरना अनिवार्य कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अगर अभ्यर्थियों को किसी प्रश्न का उत्तर नहीं पता है तो उन्हें पांचवां विकल्प भरना होगा। इस नियम के अनुसार, खाली छोड़े गए प्रश्नों पर निगेटिव मार्किंग लागू होगी।
समय अवधि 150 मिनट: परीक्षा में कुल 150 प्रश्न होंगे, जिन्हें हल करने के लिए उम्मीदवारों को 2.30 घंटे (150 मिनट) का समय दिया जाएगा।
अंक कटौती: यदि परीक्षा में 10% से अधिक प्रश्नों के लिए कोई उत्तर या गोला OMR शीट में नहीं भरा गया है, तो उस अभ्यर्थी को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। यदि किसी प्रश्न का उत्तर गलत दिया गया है, तो उसके लिए कोई अंक नहीं काटा जाएगा।
REET सर्टिफिकेट की वैधता
रीट की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए एक और बड़ी राहत भरी खबर है। इस बार परीक्षा पास करने के बाद रीट सर्टिफिकेट की वैधता आजीवन रहेगी। पहले यह सर्टिफिकेट कुछ सालों के लिए ही वैध होता था, लेकिन अब अभ्यर्थियों को यह आजीवन वैध मिलेगा।
आवेदन प्रक्रिया और तैयारी
REET 2024 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इच्छुक अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा के नए नियमों और पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी करें। राज्य से संबंधित विषयों पर अधिक ध्यान दें और नए परीक्षा पैटर्न को समझकर अपनी रणनीति बनाएं।
इसके साथ ही REET परीक्षा फॉर्म भरते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपकी फोटो 3 महीने से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।